Sunday, November 30, 2008

रंगों से परिपूर्ण


आस्था के रंग....

जल बहुमूल्य है


इसे इस तरह व्यर्थ न होने दें

पिछले चार महीने

यूँ ही नहीं गए हैं..........


एक लंबे अंतराल के बाद.... थोड़ी हरीतिमा और थोड़ा उल्लास....